ये 10 लक्षण जीवन में घटित होने वाली सर्वांगीण प्रगति के योग दर्शाते हैं! विषय का परिपूर्ण ज्ञान और कड़ी मेहनत के कारण ही काफी कम लोग प्रगतिशील ऊंचाइयों तक पहुंचते हैं। इस प्रगतिपथ पर आरूढ़ रहते हर कदम पर कौनसे सकारात्मक लक्षण (संकेत) जीवन में नजर आते है उनके कारण, विचार , तर्क की अभिव्यक्तियों पर इस पोस्ट के माध्यम से चर्चा करने वाले हैं।
यदि प्रत्येक व्यक्ति सरलमार्ग से मानसिक, शारीरिक, वित्तीय, सामाजिक और आध्यात्मिक प्रगति के माध्यम से प्रगतिशील योग की उम्मीद करता है, तो बुनियादी स्तर पर निम्नलिखित पांच चीजों की आवश्यकता होती है।
- 1। संबंधित विषय का पूर्ण ज्ञान
- 2। संबंधित विषय का सुबद्ध ऑनलाइन और ऑफलाइन प्रबंधन (व्यवस्थापन)
- 3। संबंधित विषय के प्रभुत्व का मानवीय प्रमाण
- 4। सूचना प्रौद्योगिकी प्रणाली (माहिती तंत्रज्ञान, Information technology)
- 5। भाग्योदक दैवीशक्तियों का समर्थन
इन उपरोक्त बातों को साझा करने के माध्यम से है कि प्रगति की नींव रखी जाती है। उस आधार पर, अमीरी की बुलंद ऊंची इमारतें खड़ी होतीं है। उस राजमार्ग पर प्रस्थापित होने वाले मनुष्य के जीवन में किस तरह के दिव्य लक्षण अनुभव किए जा सकते हैं वें निम्नलिखित है।
- 1। सपने में शिवलिंग दिखाई देता है।
- 2। हथेलियों में लगातार खुजली होना।
- 3। जिस वास्तु में लोग रह रहें हों उस वास्तु में आसानी से पक्षियोंका घोंसला बनना।
- 4। घर की गैलरी (गलियारे में, आंगन में) में या छत पर पिले उल्लू का आना।
- 5। शानिपीडा से मुक्त होना।
- 6। सद्गुरुकृपा की अनुभूति होना।
- 7। जनसमाज में गरिमा (प्रतिष्ठा) का बढ़ना।
- 8। Google सर्च इंजन पर वेबसाइटों का पहले पृष्ठ पर स्थायी रूप से स्थिर हो जाना।
- 9। समर्थकों द्वारा अपना प्रचार होना।
- 10। सोशल मीडिया पर संबंधित विषयों के अनुरूप प्रभुत्व मिलना।
इन सभी व्यावहारिक चीजों के आधार पर, जीवन में प्रगतिशील योग का निर्माण होते है। अन्य कोई राजमार्ग उपलब्ध नहीं है। उपरोक्त अनुभवों का अनुभव करने वाले व्यक्ति ही सर्वाभूती प्रगति के पथ पर आरूढ़ होते है।
इसके अतिरिक्त, यदि आप अधिक विनिमय विचारों से अवगत हैं, तो कृपया नीचे टिप्पणी बॉक्स में अपनी भूमिका स्पष्ट करें। हम इसका उचित दाखिला लेंगे।
संपर्क : श्री. कुलदीप निकम
( Dattaprabodhinee Author )
भ्रमणध्वनी : +91 9619011227
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